स्वातंत्र्योत्तर हिंदी पत्रकारिता - Post-independence Hindi Journalism
स्वातंत्र्योत्तर हिंदी पत्रकारिता - Post-Independence Hindi Journalism
1947 में स्वतंत्रता मिली और उसके साथ ही पत्रकारिता नया संघर्षमय दौर शुरू हो गया। आजादी मिलने के बाद नई चुनौतियां सामने आई जिनका सामना पत्रकारिता को भी करना पड़ा। स्वातंत्र्योत्तर भारत का नेहरू युग राष्ट्रीय सामाजिक विकास के लिए नई जमीन तलाश रहा था। भारतीय संविधान ने सबको अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रदान की, जिससे सूचना पाने और देने का अधिकार सबको मिल गया। इन परिस्थितियों में हिंदी पत्रकारिता का तेजी से विकास हुआ। हिंदी प्रदेशों में साक्षरता दर बढ़ी और इस वजह से समाचार पत्रों की प्रसार संख्या भी बढ़ी। समाचार पत्र तकनीक की दृष्टि से भी उन्नत हुए और मुद्रण की स्थिति भी पहले अच्छी हुई। कुछ पूंजीपति पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे आए। इससे हिंदी पत्रकारिता का विकास हुआ लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने इसका गलत फायदा उठाया और भ्रष्टाचार बढ़ने लगा। इमरजेंसी के दौर में एक बार फिर अभियक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगा। 1977 में इमरजेंसी खत्म होते ही फिर से पूंजीपतियों और राजनीति का खेल शुरू हो गया। सनसनीखेज खबरों की वजह से विश्लेषणात्मक खबरें कम लिखी जाने लगी। आठवें दशक तक आते आते अफसर और मंत्रियों के बीच लेनदेन की खबरें आने लगी संपादक भी अखबार मालिकों के नौकर बन गए, उनकी स्वायत्तता कम होती चली गई। पूंजीपतियों के नौकर बन गए। लेकिन इसी दौर में धर्मवीर भारती, मनोहर श्याम जोशी, रघुवीर सहाय, राजेंद्र माथुर, सुरेन्द्र प्रताप सिंह और कमलेश्वर जैसे संपादक भी आए जिन्होने पूंजीनियंत्रित समाचारपत्रों को विकृत होने से बचाया। उन्हें सत्ता का खिलौना नहीं। बनने दिया।
इस दौर का एक और सकारात्मक पहलू यह भी है कि टैक्नोलॉजी के जरिए समाचार पत्रों का रंगरुप ही बदल गया। खबरें पहले से ज्यादा तेजी से आकर्षक और कलात्मक तरीके से प्रस्तुत की जाने लगी। कम्प्यूटर के उपयोग ने पत्रकारिता की दुनिया में क्रांति ही कर दी। साजसज्जा पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा। लेकिन यह दुर्भाग्य है कि आज की पत्रकारिता पाठकों के भरोसे न चलकर विज्ञापन के भरोसे चल रही है। विषय की दृष्टि से भी काफी बदलाव आ गया है। अब धर्म और टैक्नोलॉजी से लेकर स्वास्थ्य और श्रृंगार कानून से लेकर मनोरंजन तक हर क्षेत्र की खबरें समाचार पत्रों में होती हैं। खबरों के साथ फीचर भी होते हैं।
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