विचार-अभिव्यक्ति माध्यम और संचार - Medium of Expression and Communication

विचार-अभिव्यक्ति माध्यम और संचार - Medium of Expression and Communication

मनुष्य के समान, हर जीव की रचना में मस्तिष्क एक ऐसा घटक है जिसमें भाव (Idea ) / विचार (Thought) जन्म लेता / लेते है / हैं। भाव के जन्म लेते ही उससे सम्बन्धित विचार भी जन्म लेता / लेते है / हैं । अब इसे / इन्हें, किसी न किसी रूप में, बाहर निकालने / अभिव्यक्त (Express) करने तथा अपने अभीष्ट श्रोता / दर्शक / पाठक आदि तक, संचारित / पहुँचाने / सम्प्रेषित (Communicate (* संस्कृत की 'चर्' धातु चलना / सरकना / Move से...) संचार के अर्थ में) करने की छटपटाहट महसूस होती है। और इस क्रिया के लिए उसे किसी माध्यम-साधन (Medium - Mean ( s) की आवश्यकता रहती है । भावाभिव्यक्ति / सम्प्रेषण के लिए, विषय-प्रकृति की आवश्यकता के अनुसार, ये माध्यम एक या हो सकते हैं। साथ ही ये माध्यम, स्वतन्त्र रूप से एकल माध्यम की हैसियत से अथवा अन्य किसी माध्यम / माध्यमों (bi-media / multi-media) के साथ मिलकर (Composite) या समेकित (Consolidated) रूप में (भी) कार्य कर, माध्यम और संचार की सक्रिय- भूमिका (Active-Role) तय कर सकते हैं। यह अपने आप में एक पेचीदा और तकनीकी मसला है। चलिए, इस मसले को समझने के लिए हम, विचार अभिव्यक्ति, माध्यम और संचार की पूर्ण अवधारणा के क्रमिक रूप जानने का प्रयास करते हैं.....