समाज कल्याण प्रशासन की परिभाषा - Defination of Social Welfare Administration

 



समाज कल्याण प्रशासन की परिभाषा


सामान्य रूप से समाज कल्याण प्रशासन की कोई सर्व मान्यता प्राप्त परिभाषा विकसित नहीं हो सकी है। कुछ लेखक समाज कल्याण प्रशासन को कार्यपालिका अथवा अधिशासी अथवा प्रबंधक के कार्यो से मिलाकर जोड़ते हैं। भिन्न-भिन्न तरीके से अन्य विद्वानों ने परिभाषाएं दी हैं जिनमें से कुछ परिभाषाएँ निम्नलिखित है 


1. आर्थर डनहम (1949)   - समाज कल्याण प्रशासन का अर्थ उन आलंबन देने वाले या सुविधाजनक बनाने वाले क्रियाकलापों से है, जो सामाजिक-अभिक्षरण द्वारा पर प्रत्यक्ष सेवा दिए जाने के लिए आवश्यक होते हैं।


 2. जॉन सी किडने (1950) ने समाज कल्याण प्रशासन को परिभाषित करते हुए "सामाजिक नीति को सामाजिक सेवाओं में बदलने की एक प्रक्रिया" कहा है। 


3. फ्रीडलैंडर (Friedlander) 1955 -  "सामाजिक अभिकरणों का प्रशासन सामाजिक विधान की धाराओं तथा निजी परोपकारिता एवं धार्मिक दान के उद्देश्यों को मानवता हेतु सेवाओं की गत्यात्मकता व लाभों में परिवर्तित कर देता है।"


उपरोक्त परिभाषाओं के विश्लेषण से ज्ञात होता है कि - 

(1) समाज कार्य की प्रत्यक्ष सेवा में सहायता लेने हेतु जो क्रियाकलाप सम्पादित होते है अथवा ऐसे क्रियाकलाप को आलम्बन देते हैं, उन्हें समाज कल्याण प्रशासन के क्रियाकलाप की संज्ञा प्रदान की जाती है।


 (2) समाज कल्याण प्रशासन एक ऐसी प्रक्रिया है जो सामाजिक विधानों पर आधारित सामाजिक नीतियों को समाज कल्याण सेवाओं में बदल देती है। 


(3) समाज कल्याण प्रशासन वह प्रक्रिया है जो निजी परोपकार तथा धार्मिक दान की भावनाओं को सामाजिक सेवाओं में परिवर्तित करती है। 


(4) व्यक्तियों को सहायता हेतु अभिकरणों का प्रबन्ध किया जाता है, जिनमें अधिकाधिक व्यक्तियों के परस्पर सम्बन्ध समाहित होते है, समाज कल्याण प्रशासन को इन मानवीय सम्बन्धों की कला बताया गया है, क्योंकि अभिकरण के सेवा सम्बन्धी उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु समाज कल्याण प्रशासन के अन्तर्गत भिन्न-भिन्न स्तरों पर मानवीय सम्बन्धों को निर्देशित किया जाता है।