भारत में समाज कल्याण की स्थिति - Social Welfare Status in India

 


भारत में समाज कल्याण की स्थिति 


हमारे देश में समाज कल्याण ने अभी तक वृत्ति का स्वरूप तो नहीं लिया है किन्तु वृत्तिकरण के कुछ तत्त्व तो भारतीय समाज कल्याण के परिवेश में विद्यमान हैं। समाज कल्याण अभिकर्मी कई क्षेत्रों में कल्याणात्मक सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं, जैसे- स्वास्थ्य, परिवार, बाल कल्याण, युवा कल्याण, महिला कल्याण, वृद्ध कल्याण, बाधित, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण इत्यादि क्षेत्रों में सरकारी एवं गैर सरकारी संसाधनों द्वारा प्रायोजित इस प्रकार की सेवाओं के माध्यम से सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति हो रही है। 

आज हमारे देश में विभिन्न स्वैच्छिक एवं गैर स्वैच्छिक अभिकरणों के माध्यम से समाज कल्याण सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इस क्षेत्र में लगे हुए अभिकर्मियों के प्रशिक्षण हेतु समुचित संस्थाओं की स्थापना की गई है। इनके कई महत्त्वपूर्ण संगठन भी स्थापित हो गए हैं। इसके बावजूद हम इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते है कि इन समाज कल्याण या समाज कार्य सेवाओं को अभी तक हमारे देश में तो सामाजिक रूप से मान्यता प्राप्त नहीं हुई है। निजी क्षेत्र में समाज कार्य अभिकर्मियों का अभी तक न तो लाइसेंसिंग हो पाया है न उन्हें कार्य हेतु कोई सर्टिफिकेट दिया जाता है न तो उनके वृत्ति-कार्य व्यवहार और अभिकरणों का ही पंजीकरण हो पाया है और न उनकी सेवाओं का नियमन ही हो पाया है। इन कारणों से समाज कार्य व्यवहारों को अभी भी मात्र एक उभरता हुआ व्यवसाय ही कहा जाता है।