सतत विकास की आवश्यकताएँ एवं वैश्विक प्रयास - Sustainable Development Needs and Global Efforts
सतत विकास की आवश्यकताएँ एवं वैश्विक प्रयास - Sustainable Development Needs and Global Efforts
पर्यावरण एवं विकास के नाम पर वैश्विक आयोग की स्थापना सभी विकास संघो की सामान्य सभा द्वारा हुई और इस आयोग ने अनेक सम्मेलनों, वार्ताओं का आयोजन वैश्विक स्त्र पर किया। विकास के नाम पर पर्यावरण का दोहन बिना सोचे समझे किया गया। इससे सारा परिस्थितिकीय तंत्र प्रभावित हो रहा है। विश्व का प्रत्येक राष्ट्र अपनी आय का एक बड़ा भाग सैन्य शक्ति की वृद्धि में लगा रहा है। इसके लिए परमाणु परीक्षण किया जा रहा है परमाणु शक्ति में बढ़ोतरी के कारण वातावरण तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही साथ इसके लिए खनिज संसाधनो का दोहन भयावह विषय बनता जा रहा है। प्रत्येक राष्ट्र ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसे इस बात का भय सता रहा कि कहीं पड़ोसी मुल्क हमारी सीमाओं का अतिक्रमण न कर लें। इस प्रकार पूरा विश्व अविश्वास के वातावरण में जी रहा है। ऐसी स्थिति में जबकि पूरा विश्व गरीबी, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों एवं आपदाओं से जूझ रहा है, इन सबसे निजात पाने के लिए एक ही विकल्प बचता है वह अच्छे विकास की विचारिता। जिसके लिए सतत विकास की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से हो सकती है -
1. गरीबी उन्मूलन के लिए।
2. जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण के लिए।
3. संसाधनों के असमान वितरण को दूर करने के लिए।
4. मानव संसाधन का ऐसा विकास करना जो अधिक स्वस्थ, सक्षम और प्रशिक्षित हो।
5. विकेन्द्रीकृत एवं अधिक भागीदारी वाली सरकार के लिए।
6. विभिन्न देशों में अधिक समानतामूलक व उदार आर्थिक व्यवस्था के लिए ताकि उत्पादन में वृद्धि हो।
सतत विकास हेतु किये गये वैश्विक प्रयास
सतत विकास हेतु वैश्विक स्तर पर किये गये प्रयासों को निम्नलिखित क्रम में रखकर समझा जा सकता है
● 1972 ई. में स्वीडन की राजधानी स्टाक होम में, मानवीय पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्रसम्मेलन का आयोजन किया गया।
● इस सम्मेलन में आम सहमति के आधार पर संयुक्त राष्ट्रसंघ के अधीन संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का आरंभ हुआ।
● 1982 में स्टाकहोम में ही पर्यावरण की बिगड़ती हालत को देखते हुए पर्यावरण एवं विकास पर विश्व आयोग (WCED) की स्थापना की गयी।
● पृथ्वी सम्मलेन 1992 में स्वीकार की गयी नीति के अनुसार हुई प्रगति का आकलन करने के लिए 1997 में न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा का अधिवेशन किया गया।
● 1997 में न्यूयार्क में हुये अधिवेशन के आधार पर 2002 में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में सतत विकास पर विश्व शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया।
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