मनोविज्ञान मानव व्यवहार का नियंत्रण एवं परिवर्धन - Psychology of Human Behavior Control and Development

मनोविज्ञान मानव व्यवहार का नियंत्रण एवं परिवर्धन - Psychology of Human Behavior Control and Development

मनोविज्ञान मानव व्यवहार का अध्ययन करके अपेक्षित दिशा में उन व्यवहारों में परिवर्तन करता है। अनुचित व्यवहारों को नियंत्रित करने के उपायों की खोज करता है। मनोवैज्ञानिक शोधों के आधार पर व्यवहार के उत्पन्न होने वाले कारणों या कारकों का पता लगाकर अनुचित व्यवहारों को नियंत्रित कर उन्हे उचित दिशा प्रदान करता है। व्यवहारों की भविष्यवाणी के साथ-साथ व्यवहार में परिवर्तन या परिवर्धन करता है। व्यवहार में परिवर्तन करना मनोवैज्ञानिक का एक प्रमुख उद्देश्य है। व्यवहार में परिवर्तन के लिए उचित वातावरण को निश्चित करता है। इस हेतु मनोवैज्ञानिकों ने अनेक विधियों का खोज किया जिससे व्यवहारों को परिवर्तित एवं परिमार्जित किया जा सके। साथ ही साथ मनोविज्ञान उचित सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों का निर्धारण भी करता है। विवेचना


मनोविज्ञान का अन्तिम लक्ष्य व्यवहारों की व्याख्या करना है इसके लिए मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों की खोज की जाती है। इस सिद्धान्तो के आधार पर व्यवहार सम्बन्धी प्राप्त ज्ञान अथवा तथ्य की व्याख्या की जाती है। मनोवैज्ञानिक मानव स्वभाव तथा विश्व की जटिल समस्याओं की व्याख्या करने का प्रयत्न करता है। जिसका आधार मानव व्यवहार है। इसके आधार पर समाज की ज्वलत समस्याओं का निदान होता है।