समाज कल्याण प्रशासन के प्रमुख लक्ष्य - Major Goals of Social Welfare Administration


 समाज कल्याण प्रशासन के प्रमुख लक्ष्य


राष्ट्रीय सुरक्षा तथा कानून और व्यवस्था का प्रबन्धन -  

आपातकाल की स्थिति में समाज कल्याण प्रशासन नागरिक सुरक्षा की व्यवस्था करने से सम्बद्ध लोगों की सहायता करता है तथा जनता का उत्साह बढ़ाता है जिससे चिन्ताजनक घटनाओं के घटित होने पर भी मानसिक संतुलन बना रहता है। समाज कल्याण प्रशासन शांति काल में एकता के लिए कार्य करता है, जिससे सामाजिक वैमनस्य तथा संकीर्ण क्षेत्रीय भावना का ह्रास तथा एकता और समन्वय का अधिक से अधिक विकास हो सके। कानून और व्यवस्था की समस्या का दीर्घकालीन हल निकालने में भी समाज कल्याण प्रशासन सलंग्न रहता है जिससे वयस्क, युवा और बाल अपराधों में कमी होती है तथा इन अपराधियों के लिए मानवतापूर्ण व्यवस्था करते हुए इनका समाज में पुनर्वास करता है।


आर्थिक प्रगति - एक विकासशील देश में राज्य का प्रमुख कार्य आर्थिक विकास करना होता है। इससे राजकीय क्षेत्र में उत्तरोतर वृद्धि होती है, निजी क्षेत्र में व्यवस्था बनी रहती है तथा उचित प्रोत्साहन एवं नियंत्रण मिलता है। आर्थिक विकास में समाज कल्याण प्रशासन का सहयोग आवश्यक है। विशेष रूप से समाज कल्याण प्रशासन आर्थिक विकास में निम्नलिखित रूप से योगदान देता है - 

1. यह लोगों के स्तर के साथ उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि करता है। 

2. औद्योगिक उत्पादकता में वृद्धि करता है। इसके लिए समाज कल्याण प्रशासन उद्योगपतियों और प्रबंधकों तथा श्रमिकों को अच्छे पारस्परिक सम्बन्धो की स्थापना के लिए प्रोत्साहित करता है, शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण, आवास तथा स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करता है।

3. समाज कल्याण प्रशासन आर्थिक विकास से सम्बंधित कार्यों को प्रोत्साहित करते हुए सेवार्थियों के रहन-सहन के स्तर में उत्तरोत्तर वृद्धि को स्थायित्व प्रदान करता है, आय के अपव्यय को रोकता है और सबके लिए पर्याप्त भोजन, वस्त्र, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याण सेवाओं आदि की व्यवस्था करता है, जिसके परिणामस्वरूप जनसाधारण का वास्तविक कल्याण होता है।


सामाजिक प्रगति - समाज कल्याण प्रशासन जनशक्ति के अधिकतम विकास हेतु पोषाहार, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रशिक्षण, रोजगार इत्यादि की व्यवस्था करता है ताकि सामाजिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो।