समूह विकास - Group Development

समूह विकास - Group Development

समूह विकास एक निरंतर और सतत चलने वाली प्रक्रिया है जिसमें समूह में हमेशा ही परिवर्तन होता रहता है। समूह एक अवधि के पश्‍चात वह संपूर्ण परिपक्वता की ओर बढ़ने लगता है जिसमें मुख्य रूप से ध्यान यह दिया जाता है कि समूह के संबंधों में किस प्रकार का परिवर्तन हो रहा है। समूह को यह अवसर प्रदान कराए जाते हैं कि वह अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकें। समूह की रचना से लेकर समूह समापन तक संपूर्ण तथ्यों को बड़ी ही सहजता और सजगता के साथ कार्य करना पडता है जिससे समूह अपनी मूल शक्ति को प्राप्त कर सकें। समूह विकास के समय निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक होता है -

v समूह की नियमित बैठकों का आयोजना।

सदस्यों में परस्पर व्यापक संपर्क स्थापित करना।

सकारात्मक वार्तालाप एवं हंसी मजाक और उत्साह का वातावरण निर्माण करना।

सहयोग और समायोजन की भावना स्थापित करना।

इसके अतिरिक्त समूह विकास के कुछ महत्वपूर्ण सूचक भी है जिनका पालन करना समूह सदस्यों के लिए अनिवार्य होता है :

v प्रत्येक सदस्य की उपस्थिति

v समय की पाबंदी

v निश्चित समयानुसार बैठक और उपस्थिति

 v औपचारिक संगठन का विकास

v सदस्यों द्वारा पहल और अपनी जिम्मेदारी समझने की इच्छा

v नव परिवर्तन और प्रेरणा में वृद्धि

v सदस्यों की नियंत्रित व्यावहारिक क्रिया

उच्च भागीदारी स्तर

v नेतृत्‍व का विकास

v ‘मैंऔर मुझेदृष्टिकोण से हमऔर हमारामें रूपान्‍तरण

     

     इस प्रकार समूह का विकास कार्य निष्पादन और सदस्यों की भावनात्मक एकीकरण में होता है, जो कि विभिन्न  अवस्थाओं से होकर गुजरता है।