सामाजिक क्रिया की अवधारणा - Concept Of Social Action.

ऐतिहासिक विकास की दृष्टि से समाज कार्य के वर्तमान वैज्ञानिक स्वरूप का अवलोकन करने पर यह पता चलता है कि 1922 में ही मेरी रिचमंड में सामाजिक क्रिया का उल्लेख समाज कार्य की चार प्रमुख प्रणालियों में से एक के रूप में किया था। 1940 में जॉन फिंच ने  एक कॉन्फ्रेंस में सामाजिक क्रिया की प्रकृति के ऊपर एक महत्वपूर्ण निबंध प्रस्तुत किया। उसके 1 वर्ष के बाद उन्होंने सोशल वर्क ईयर बुक में सामाजिक आंदोलन पर एक निबंध भी लिखा था। उसके कुछ ही दिनों के बाद समाज कार्य के क्षेत्र में सामाजिक क्रिया की व्यापक चर्चा होनी शुरू हो गई। 1945 में केनिथ ऐलिम प्रे ने  सोशल वर्क एंड सोशल एक्शन नामक एक लेख लिखा था। जिसके अनुसार माना जाने लगा सामाजिक क्रिया सामुदायिक संगठन का अंग नहीं है। यह समाज कार्य की एक अलग विधि है बाद में यह बात और भी स्पष्ट हो गई और सामाजिक क्रिया को समाज कार्य की अन्य प्रणालियों के रूप में स्वीकार कर ली गई।