चिकित्सा के सिद्धांत एवं प्रणालियां - Principles And Process Of Treatment In Social Work.

चिकित्सा के सिद्धांत एवं प्रणालियां - Principles And Process Of Treatment In Social Work.


  (1) उद्देश्यः- वैयक्तिक सेवा कार्यकर्ता का उद्देश्य एक ओर सेवार्थी के कष्ट को दूर करना तथा दूसरी ओर व्यक्ति स्थिति व्यवस्था  में अकार्यमकता को कम करना। दूसरे शब्दों में कार्यकर्ता सेवार्थी में अधिक सन्तोष, आत्म अनुभूति तथा आत्म सन्तुष्टि एवं आत्म संख का संचार करता है। इसके लिए उसके अहं को दृढ़ बनाकर उसमें अनुकूलन निपुणताओं का विकास करता है। परिवर्तन या तो सेवार्थी में या परिस्थिति में अथवा दोनों में कुछ न कुछ होता है। वैयक्तिक सेवा कार्य चिकित्सा का केन्द्र बिन्दु अन्तव्र्यक्तिगत सम्बन्ध तथा व्यक्तित्व व्यवस्था होती है।

(2) सेवार्थी प्रक्रियाः- कार्यकर्ता की दो प्रकार की मुख्य भूमिका होती है.

(1) सेवार्थी के साथ प्रत्यक्ष रूप से

(2) सेवार्थी के पर्यावरण के साथ।

 इस प्रकार चिकित्सा प्रक्रिया दो प्रकार की मानी जाती है:

(1) अप्रत्य चिकित्सा (पर्यावरणीय)

 (2) प्रत्यक्ष भूमिक (व्यक्तित्व सम्बन्धी) अप्रत्यक्ष भूमिका में कार्यकर्ता सेवार्थी को उसकी आवश्यकता के अनुसार ठोस सेवा प्रदान करता है। अप्रत्यक्ष चिकित्सा में कार्यकर्ता सेवार्थी को चिकित्सकीय साक्षात्कार द्वारा व्याख्या, मंत्रणा, प्राख्या, अन्तर्दृष्टि प्रदान करता हैं।