रचनात्मक कार्यक्रम की प्रासंगिकता - Relevance of Constructive program
रचनात्मक कार्यक्रम की प्रासंगिकता - Relevance of Constructive program
रचनात्मक कार्यक्रम सामाजिक पुनरंचना का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। भारत के संदर्भ में आज भी इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। कई महत्वपूर्ण सम्बार गाधीवादी एवं गैर गांधीवादीद्ध अपने समर्पित कार्यकर्ताओं के बल पर महत्वपूर्ण कार्य करते हुए बदलाव की बयार ला रही है। रचनात्मक कार्यक्रम में शामिल पंचित तबकों को अभी भी मुख्यधारा में अपना स्थान प्राप्त करना शेष है। अभी भी भारत गावों का देश है अतः ग्रामीण पुनर्रचना आज भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी गांधीजी के समय था। आज आवश्यकता इस बात की है कि रचनात्मक कार्यक्रमों को पूरे मनोयोग के साथ और इसके संघर्षपूर्ण स्वरूप में लागू किया जाए। में जिससे ऐसा जनमानस तैयार हो सकेगा जो लोकतंत्र सहभागीमूलक विकास, सामाजिक न्याय इत्यादि के लिए सशक्त पहल कर सकेगा।
वार्तालाप में शामिल हों