महात्मा गांधी - परिचय और प्रमुख कृतियाँ - Mahatma Gandhi - Introduction and Major Works

महात्मा गांधी - परिचय और प्रमुख कृतियाँ - Mahatma Gandhi - Introduction and Major Works

19 वीं सदी के भारत की व्यवस्थाएं पूर्व की तुलना में अनुदारवादी रूढ़िवादी सामंतवादी तथा संकुचित थीं। वास्तव में, 19वीं सदी की सामाजिक व्यवस्था अनेक कुरीतियों से ग्रस्त था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जहां हिंसा बनाम अहिंसा की राजनीति का बोलबाला या नहीं ये विद्वान (गांधी अंबेडकर और लोहिया) अपने विचारों के माध्यम से समाज में समता के स्थायित्व की वकालत कर रहे थे। गांधी यह चाहते थे कि संप्रदायवाद और जातिवाद की कुप्रधाएँ हमेशा के लिए समाप्त हो जाए और सभी को कल्याण के समान अवसर उपलब्ध हो सके। अबेडकर सभी धर्मों व जातियों में समानता के समर्थक थे और वे शूड़ों और दलितों के सर्वाधिक उत्पीड़क और उपेक्षित वर्ग का उत्थान भी चाहते थे। लोहिया ने समाजवाद की वैचारिक संरचना में भारतीय चिंतन को नई दिशा प्रदान की है।

मोहनदास करमचंद गांधी (2 अक्टूबर 1869. 30 जनवरी 1948) का जन्म कठियावाड़, गुजरात के पोरबंदर (सुदामा पुरी नामक स्थान पर एक वैष्णव परिवार में हुआ था। ईश्वर अथवा किसी आधारभूत सर्वव्यापी सत्ता में अटूट विश्वास गांधी के विचारों का मूल मंत्र है। ईश्वर संपूर्ण विश्व में व्याप्त एक जीवन ज्योति है और उसे केवल सत्य माना जा सकता है। गांधी पर पुरातन धार्मिक ग्रंथों के अलावा कुछ पश्चिमी विद्वानों के प्रभाव को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। इस सूची में जॉन रस्किन, टॉलस्टॉय, धोरो, टी. एच ग्रीन प्रमुख हैं। गांधी की प्रमुख कृतियाँ निम्न हैं.


हिंद स्वराज्य


सत्य के साथ मेरे प्रयोग


दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह


स्वास्थ्य की कुंजी


मंगल प्रभात आदि