उपयोगिता विश्लेषण तथा उदासीनता (तटस्थता वक्र विश्लेषण में समानता - Utility analysis and indifference (similarity in neutrality curve analysis)

उपयोगिता विश्लेषण तथा उदासीनता (तटस्थता वक्र विश्लेषण में समानता - Utility analysis and indifference (similarity in neutrality curve analysis)


(1) दोनों ही प्रकार के विश्लेषणों की यह मान्यता रही है कि उपभोक्ता विवेकशील है और वह अपनी सन्तुष्टि अथवा उपयोगिता को अधिकतम करना चाहता है। उदासीनता वक्र विश्लेषण की मान्यता यह है कि उपभोक्ता उच्चतम उदासीनता वक्र पर पहुँचने का प्रयास करता है। इसी प्रकार मार्शल के उपयोगिता विश्लेषण की भी यह मान्यता है कि उपभोक्ता अपनी उपयोगिता को अधिकतम करने का प्रयास करता है। मार्शल के उपयोगिता विश्लेषण के अनुसार उपभोक्ता उस समय सन्तुलनात्मक में रहता है जबकि वस्तुओं की सीमान्त उपयोगिता और कीमतों में अनुपात समान होता है। इसी प्रकार उदासीनता वक्र विश्लेषण के अन्तर्गत उपभोक्ता तब सन्तुलन की स्थिति में होता है, जबकि दो वस्तुओं के मध्य प्रतिस्थापन की सीमान्त दर उनकी कीमतों के अनुपात के बराबर होती है।


(2) दोनों ही विश्लेषणों में हासमान उपयोगिता की मान्यता निहित है- हिक्स ने उदासीनता वक्र विश्लेषण में उदासीनता वक्रो को उदम के उन्नतोदर माना है अर्थात् जैसे-जैसे एक वस्तु के स्थान पर दूसरी वस्तु का अधिकाधिक प्रतिस्थापन किया जाता है वैसे-वैसे ही उस वस्तु के लिए पहली वस्तु की सीमान्त प्रतिस्थापन दर घटती जाती है।


(3) दोनों ही विश्लेषणों में मनोवैज्ञानिक तरीकों को अपनाया गया है- मनोवैज्ञानिक तरीकों से हम अपने मस्तिष्क में प्रतिक्रिया के आधार पर उपभोक्ता की मनोवैज्ञानिक भावनाओं की कल्पनाकर लेते है। तपस मजुमदार के शब्दों में, हिक्स, एलेन की मूल अध्ययन विधि वही है जो मार्शल की सीमान्त उपयोगिता परिकल्पना में हैं, कहना चाहिए कि मुख्यतः मनोवैज्ञानिक है। "