मध्यस्थ ब्रांड रणनीति के पक्ष में तर्क - Arguments in favor of an intermediary brand strategy

मध्यस्थ ब्रांड रणनीति के पक्ष में तर्क - Arguments in favor of an intermediary brand strategy


(i) उत्पादक उत्पादन कियाओ पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।


(i) प्राय उत्पादक ब्रांड रणनीति में उत्पाद की कीमत अधिक होती है जबकि मध्यस्थ वाढ रणनीति में उत्पाद की कीमत कम होती है। उपभोक्ता को मध्यस्थ ब्राड रणनीति में उत्पाद कम कीमत पर मिल जाता है। 


(iii) कुछ छोटे उत्पादक अपने उत्पाद को विदेशी बाजारों में बेचते तो हैं, लेकिन उनके पास इतने संसाधन नहीं होते कि वह विदेशी बाजारों में विशाल विपणन ढाँचा स्थापित कर सकें। ऐसे छोटे उत्पादक अपने उत्पाद को विपणन मध्यस्थ को बेच देते हैं, उत्पाद को ब्रॉड नाम मध्यस्थ ही देते है। उत्पादक ब्राड से जुड़े दायित्वों से बच जाते है।


(iv) छोटे उत्पादक यदि स्वयं अपने ब्राड से उत्पाद को विदेशी बाजारों में बेचते है तो उनके लिए सुदृढ़ संवर्द्धन कार्यक्रमों के अभाव में बड़े बाजार में उत्पाद बेचना मुश्किल होता है परंतु मध्यस्थों के ब्रांड से वे अपने विकय को बहुत बढ़ा सकते हैं। परंतु इस रणनीति में उत्पादक को मध्यस्थों पर निर्भर रहना पड़ता है। मध्यस्य कभी भी उस उत्पादक को छोड़कर किसी अन्य उत्पादक का माल बेचना शुरू कर सकते है।


संक्षेप में, यदि उत्पादक के पास विशाल पूंजी साधन है. विशाल बाजार है, तो उसे उत्पादक ब्रांड रणनीति को अपनाना चाहिए। परंतु यदि वह उत्पादक विदेशी बाजारों में अपना विपणन ढाचा स्थापित नहीं कर सकता तो उसे मध्यस्थ ब्रांड रणनीति अपनानी चाहिए।