कीमत क्वोटेशन (उद्धरण) - Price Quotation (Quotation)

कीमत क्वोटेशन (उद्धरण) - Price Quotation (Quotation)


विदेशी व्यापार में किसी वस्तु को कय करने से पहले उसके मूल्य की जानकारी मूल्य उद्धरण द्वारा प्राप्त की जाती है। इसमें निर्यातक द्वारा कीमत व इससे संबंधित विभिन्न पहलुओं, व्ययों भुगतान की शर्तों, छूट, साख, स्थान, जहाँ माल दिया जाएगा. माल की सुपुर्दगी का स्थान आदि की जानकारी दी जाती है। इस उद्धरण में यह स्पष्ट किया जाता है कि कौन से व्यय निर्यातक देगा तथा कान से व्यय आयातक देगा निर्यातक क्वोटेशन भेजते समय यह स्पष्ट कर देता है कि कीमत में किन-किन व्ययों को शामिल कर लिया गया है। इन क्वोटेशन में कोड रूप में शब्दों का प्रयोग किया जाता है। इन कोड शब्दों का पूरे विश्व में एक ही अर्थ निकाला जाता है मुख्य कीमत क्योटेशने निम्नलिखित है-


(क) फैक्टरी से बाहर इस क्वोटेशन में उत्पादक की फैक्टरी में वस्तुओं की कीमत को आधार लिया जाता है। इस मूल्य में उत्पादक की फैक्टरी में पड़े हुए माल की कीमत ही लगायी जाती है।

इसे गोदाम से बाहर कीमत भी कहते हैं। इसमें उत्पादन लागत व उत्पादक का लाभ शामिल किया जाता है। उत्पादक की फैक्टरी से आयातक के स्थान तक के सारे व्यय आयातक को ही देने होंगे।


(ख) जहाज तक का मूल्य या रेल तक का मूल्य इस क्वोटेशन में माल को निर्यातक के गोदाम से जहाज तक पहुँचाने के सारे व्यय शामिल हैं। माल को निर्यातक की फैक्टरी / गोदाम से जहाज तक या रेलवे प्लेटफॉर्म तक लाने में किए गए परिवहन व्यय शामिल है। परंतु निर्यातक देश के जहाज तक नाल पहुँचने के बाद के सारे व्यय व जोखिम केता की जिम्मेदारी होंगे इस मूल्य में जहाज / रेल का भाड़ा तथा बीमा व्यय शामिल नहीं है। इसे भाड़ा रहित मूल्य भी कहते हैं।


(ग) लागत एवं भाड़ा समेत मूल्य इस मूल्य उद्धरण में निर्यातक द्वारा आयातक को मूल्य बताने में माल को निर्यातक देश की बंदरगाह से कंता की बंदरगाह तक पहुँचाने में लगने वाले जहाज भाड़े की राशि को भी जोड़ दिया जाता है परंतु इसमें जहाज पर व्यय शामिल नहीं है।


(घ) लागत, बीमा व भाड़े समेत मूल्य: इस क्वोटेशन में निर्यातक द्वारा वस्तु की कीमत में माल को भेजने का माड़ा व बीमा व्यय भी शामिल कर दिए जाते हैं। कता की बंदरगाह पर माल पहुंचने के बाद के सभी व्ययों की जिम्मेदारी कता की ही होगी। 


(ङ) आयात कर चुकता मूल्य इस क्वॉटेशन से अभिप्राय है कि निर्यातक ने केता के देश की सरकार द्वारा वस्तु के आयात पर लगाए जाने वाले आयात कर की राशि को भी शामिल कर दिया है। इसे आयातक देश की भूमि पर कीमत भी कहते हैं।


(च) उपभोक्ता को अंतिम मूल्य / फेंको यदि डी.डी.पी. कीमत में अंतिम केला के गोदाम तक माल पहुँचाने के सभी व्ययों को शामिल कर दिया जाए तो इसे उपभोक्ता को अंतिम मूल्य / फको कहते है इसमें डी.डी.पी. के अलावा अन्य व्यय जैसे आयातक एजेंट के गोदाम तक के परिवहन व्यय, आयातक एजेंट का लाभ मार्जिन, अन्य विपणन मध्यस्थों जैसे थोक विक्रेता का लाभ मार्जिन भी शामिल हैं। अंतिम कता को आयातित उत्पाद खरीदने के लिए फेंको कीमत चुकानी होती है।