राशिपतन के प्रकार - Types of Horoscope

राशिपतन के प्रकार - Types of Horoscope


(क) लुटेरा / प्रीडेटरी राशिपतन इस तरह के राशिपतन का मुख्य उद्देश्य मूल देश की व्यावसायिक इकाइयों को नुकसान पहुँचा कर उन्हें बंद होने पर मजबूर करना है। इससे प्रतिस्पर्धा समाप्त हो जाएगी तथा फिर विदेशी कंपनी एकाधिकार स्थिति प्राप्त कर लेती है, तो फिर कीमतों में वृद्धि कर दी जाती है।


(ख) अनियमित / स्पोरेडिक राशिपतन जब कोई उत्पादन मेजबान देश में बहुत कम कीमत पर अपना बेकार पड़ा या अनविका माल बेचता है तो इसे स्पोरेजिक राशिपतन कहते है। यह नीति सामान्यतया उन देशों में अपनायी जाती है, जहाँ वैश्विक कंपनी सामान्यतया अपने उत्पाद नहीं बेचती । 


(ग) दीर्घकालीन / निरंतर राशिपतन इस प्रकार के पाशिपतन में किसी देश में अन्य देशों की तुलना में उत्पाद लगातार दीर्घकाल तक बहुत ही कम कीमत पर बेचे जाते हैं।

इसका उद्देश्य उस मेजबान देश में प्रतिस्पर्धा को पूर्ण रूप से समाप्त करके दीर्घकाल के लिए एकाधिकार प्राप्त करना है। 


(घ) विपरीत राशिपतन: विपरीत राशिपतन में घरेलू बाजार में तो उत्पाद बहुत की कम कीमत पर बेचा जाता है ताकि घरेलू बाजार से प्रतिस्पर्धा को समाप्त किया जा सके। परंतु विदेशी बाजार में उत्पाद तुलनात्मक रूप में अधिक कीमत पर बेचा जाता है। राशिपतन अवैधानिक है तथा इसे अनुचित व्यापार व्यवहार माना जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रतिस्पर्धा को समाप्त करके एकाधिकारिक स्थिति को प्राप्त करना है. ताकि बाद में ऊंची कीमतों पर उत्पाद बेचकर अधिकतम लाभ अर्जित किया जा सके। इससे उपभोक्ताओं के शोषण में वृद्धि होती हैं। कुछ देशों में सरकार राशिपतन रोधक कर लगाती है जिससे राशिपतन पर नियंत्रण पाने में सफलता मिलती है क्योंकि कर लगाने से उन विदेशी उत्पादों की कीमतें बढ़ जाती है। सरकार उमप किए जा रहे उत्पादों के आयात को अनिवार्य लाइससिंग सूची में शामिल कर लेती है। ऐसी विदेशी कंपनियों को लाइसेंस नहीं दिया जाता जो राशिपतन व्यवहारों में संलग्न होती है। इससे राशिपतन व्यवहारो पर नियंत्रण करने में सहायता मिलती है।