तथ्यों का मूल्यांकन - Evaluation Of Facts



तथ्यों का मूल्यांकन 

वैयक्तिक समाज कार्यकर्ता सेवार्थी के सम्बन्ध में एकत्रित किए गये तथ्यों का तीन प्रकार से मूल्यांकन करता है :-  

अ. समस्या का मूल्यांकन 
यहॉ पर वैयक्तिक समाज कार्यकर्ता यह जानने का प्रयास करता है कि समस्या का स्वरूप क्या है ? यह शारीरिक कष्ट प्रदान करने वाली समस्या है। मनोवैज्ञानिक दबाव डालने वाली समस्या है, असमायोजन सम्बन्धी समस्या है, भूमिका निष्पादन सम्बन्धी समस्या है, इत्यादि । समस्या का मूल्यांकन करते समय वैयक्तिक समाज कार्यकर्ता इस प्रकार की स्पष्ट जानकारी प्राप्त करना चाहता है कि सेवार्थी किस समस्या से ग्रस्त है, उसकी समस्या का प्रादुर्भाव कब हुआ, 

समस्या को सुलझाने की दिशा में कब-कब और क्या-क्या प्रयास किए गये, इन प्रयासो में क्या सफलता मिली तथा इन प्रयासों को क्यों बन्द कर दिया गया ?  

ब. व्यक्तित्व का मूल्यांकन

वैयक्तिक समाज कार्यकर्ता सेवार्थी की अहम शक्ति का मूल्यांकन करता है। ऐसा करते हुए यह जानने का प्रयास करता है कि सेवार्थी के अतीत के अनुभव क्या रहे हैं ? उसके निर्णय की क्या स्थिति है ? तथा उसमें बाहर एवं आन्तरिक दबावां से निपटने की क्षमता क्या है ? 

 स. सामाजिक पर्यावरण का मूल्यांकन  यहॉ पर वैयक्तिक समाज कार्यकर्ता सेवार्थी के परिवार, पड़ोस, विद्यालय, धार्मिक संस्थाओं, आर्थिक संस्थाओं, राजनीतिक संस्थाओं, मनोरंजनात्मक संस्थाओं, इत्यादि के बारे में मूल्यांकन करता है। यह मूल्यांकन करते समय वह विभिन्न प्रकार की संस्थाओ के साथ सेवार्थी के सम्बन्धों, इन संस्थाओं द्वारा सेवार्थी पर डाले गये प्रभावो तथा इन संस्थाओं के संदर्भ में सेवार्थी द्वारा प्रतिपादित की गयी भूमिकाओं और उनके उद्देश्यों की प्राप्ति में सेवार्थी द्वारा प्रदान किए गये योगदान का मूल्यांकन करता है ।