समाज के प्रति दायित्व समझने वाले हिंदी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से सभी अकादमिक संस्थाओं के लिए एक छोटा-सा संदेश।

#समाज के प्रति अपना दायित्व समझने वाले सुधीजनों के लिए एक छोटा-सा संदेश।* महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से सेवा परमो धर्मः की भाव रखने वाले सभी सजगजन के आपसी सहयोग से लगभग 40,000/- रु. जमा हो गए हैं। सभी के प्रति से मैं दिल से आभार प्रकट करता हूँ और कामना करता हूँ कि आगे भी आप सभी सदैव इसी तरह जागरूक और समाज के प्रति तत्पर रहें।

#समाज के प्रति अपना दायित्व समझने वाले सुधीजनों के लिए एक छोटा-सा #संदेश
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से सेवा परमो धर्मः की भाव रखने वाले सभी सजगजन के आपसी सहयोग से लगभग 40,000/- रु. जमा हो गए हैं। सभी के प्रति से मैं दिल से आभार प्रकट करता हूँ और कामना करता हूँ कि आगे भी आप सभी सदैव इसी तरह जागरूक और समाज के प्रति तत्पर रहें।
अब आपके मन में यह सवाल होगा कि हम इन रुपयों का क्या करेंगे। तो जवाब है कि हम एक किट बना रहे हैं। जिसमें निम्नलिखित रूप से ये समान रहेंगे।
7 किलो चावल
 1 किलो दाल
1 किलो चीनी
 5 किलो आटा
 1 किलो नमक।
ये सभी सामान मिलाकर हम एक किट तैयार कर रहे हैं और यह किट गिरिपेठ बस्ती के 100 मजदूर भाईयों के घरों में 5 अप्रैल 2020 को वितरित करने की योजना है और यह कार्य प्रशासन द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन करते हुए किया जाएगा।
कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने, सामग्री जुटाने और वितरण को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने में श्री कुलदीप जी (शाखा कार्यवाह), जीतेन्द्र जी (अतिथि अध्यापक) श्रीकांत जी (अतिथि अध्यापक), पुनेश जी (विद्यार्थी) और गौरव जी (विद्यार्थी प्रतिनिधि) अपना बहुमूल्य योगदान रहें हैं।
सारा सामान वित्त विभाग के अनुभाग अधिकारी श्री कमल शर्मा जी के यहाँ पैक होगा। सोशल डिस्टेंसिङ्ग और सेनिटाइज़िंग का ध्यान रखते हुए पैकिंग संबंधी सभी कार्य उन्हीं के आवास पर सम्पन्न होगा।
सामग्री का वितरण करने और उसको मुहैया कराने में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में के के त्रिपाठी सर का योगदान सराहनीय है। सामग्री को बांटने के लिए, वर्धा प्रशासन से बात करने और जरूरतमंद लोगों की सूची तैयार करवाने में इनकी योजना बहुत ही अच्छी रही।
जैसा कि आप सभी को विदित है कि कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है।
इसके कारण गरीब मजदूर, जो रोज कमाते-खाते हैं।वो इस महामारी के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
MG Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalaya के निकट ही #गिरिपेठ' बस्ती हैं और आपको बता दूं कि यह बस्ती मजदूर और रोज कमाने खाने वाले लोगों की हैं।
आज के समय में काम न होने के कारण इनके सामने भोजन की समस्या आ गई है। ऐसी दशा में एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण हमारा दायित्व है कि इस संकट की घड़ी में हम उनके साथ खड़े रहे और उन्हें कुछ रसद उपलब्ध कराया जाए।
9910123663
कुलदीप जी (शाखा कार्यवाह, रघुवीर शाखा)
8668895281
जीतेन्द्र जी (अतिथि अध्यापक)
9405510817
श्रीकांत जी (अतिथि अध्यापक)
87882 68467
पुनेश जी (विद्यार्थी)
9525120945
गौरव जी (विद्यार्थी प्रतिनिधि )