पाठ टिप्पणी का उद्देश्य - Foot Note Objectives

पाठ टिप्पणी का उद्देश्य - Foot Note Objectives

पाठ टिप्पणी का उद्देश्य - Foot Note Objectives

पाद टिप्पणी का प्रयोग कई कारणों से किया जाता है।


1. आभार की अभिव्यक्ति हेतु यदि कोई लेखक किसी दूसरे लेखक की किसी रचना की कोई पंक्ति अथवा विचार अपनी पुस्तक अथवा रचना में उद्धरण के रूप में देता है तो ऐसी स्थिति में आभार की अभिस्वीकृति आवश्यक मानी जाती है। किसी लेखांश के भावानुवाद में भी लेखक द्वारा मूल लेखक के प्रति आभार की अभिस्वीकृति आवश्यक है। सामान्य तथ्यों के लिए ऐसा आवश्यक नहीं माना जाता है।


2. मूल पाठ (text) में व्यक्त विचारों की व्याख्या हेतु इस उद्देश्य से प्रयुक्त पाद टिप्पणी को - अन्तर्वस्तु टिप्पणी कहते हैं। इसका प्रयोग मूल पाठ में प्रस्तुत विचारों अथवा मतों को स्पष्ट करने हेतु किया जाता है। इस प्रकार की पाद टिप्पणी में व्याख्यात्मक सामग्री अतिरिक्त सूचना आदि का समावेश होता है।


3. विचारों की वैधता (Validity) स्थापित करने हेतु लेखक द्वारा अपने मतों एवं विचारों की स्थापित करना आवश्यक माना जाता है। इस उद्देश्य से लेखक अपने मतों एवं विचारों के समर्थन में साक्ष्य (evidence) अथवा उल्लेख करता है। पाद टिप्पणी में इस प्रकार के उल्लेख से लेखन को वैधता प्रदान की जाती है।


4. पाद टिप्पणी का प्रयोग प्रतिनिर्देश (Cross-reference) हेतु किया आता है। 


5. पाद टिप्पणी का प्रयोग मूल पाठ में अनूदित सामग्री का मूल रूप Original version) देने हेतु किया जाता है। 


6. पाद टिप्पणी का प्रयोग पाठकों को संबंधित पर अन्य स्रोतों की जानकारी देने हेतु किया