सीमांत किसान और खेतिहर मजदूर योजना - Marginal Farmer and Agriculture Labor Agency

सीमांत किसान और खेतिहर मजदूर योजना - Marginal Farmer and Agriculture Labor Agency

योजना प्रारंभ वर्ष - 1973- 74

मंत्रालय-  कृषि मंत्रालय

इस योजना का मुख्य उद्देश्य सीमांत काश्तकारों को बागवानी, पशुपालन और डेयरी व्यवसाय शुरू करके अपनी छोटी जोत का अधिकतम उत्पादक उपयोग करने में सहायता करना है। सीमांत किसानों (2.5 एकड़ तक की जोत वाले) और कृषि मजदूरों को प्रत्येक परियोजना क्षेत्र में रियायती डेयरी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, सुअर पालन, भेड़ पालन और बागवानी कार्यों के साथ सहायता प्रदान की जाती थी। इस योजना में उत्पादक प्रकृति के ग्रामीण कार्यों में खेतिहर मजदूरों को ऑफ सीजन में सीधे मजदूरी रोजगार देने का भी प्रावधान किया गया था। यह योजना मुख्य रूप से बाजारोन्मुखी है और भूमिहीन खेतिहर मजदूरों और ग्रामीण कारीगरों को रोजगार भी प्रदान करती थी। (MFALA)