सभ्यता की अवधारणा तथा परिभाषा एवं अर्थ - Concept and definition and meaning of civilization

 सभ्यता की अवधारणा तथा परिभाषा एवं अर्थ - Concept and definition and meaning of civilization


सभ्यता का शब्दार्थ-सभ्य सभा या समूह है सभ्यता मनुष्य की भौतिक क्षेत्र की प्रगति सूचित करती हैं। सभ्यता में भौतिक पक्ष प्रबल होते हैं। सभ्यता बताती है कि हमारे पास क्या है।


इस प्रकार सभ्यता का आशय समूची यंत्र पद्धति और उसके संगठन से है जिसकी मानव ने अपने जीवन की परिस्थितियों पर नियंत्रण प्राप्त करने के प्रयास में रचना की है इस प्रकार पेन, पेंसिल, मकान, हवाई, जहाज, पंखे, कार, स्कूल आदि सभी सभ्यता की द्योतक वस्तुएं हैं। सभ्यता सांस्कृतिक विकास के स्तर को प्रकट करती है। यह किसी मानवीय समाज की विशिष्ट मानवीय उपलब्धी तथा गुणों का संकेत देती है। संस्कृति से सभ्यता जैसे शब्द का बहुत नजदीकी संबंध रहा है। कभी-कभी तो दोनों शब्दों का प्रयोग एक ही अर्थ में होता है। आंग्ल फ्रेंच चिन्तन में संस्कृति और सभ्यता का एक ही अर्थ में प्रयोग किया जाता रहा है।

जर्मन भाषा में ब्पअपसगंजपवद को पअपसगंजपवद कहा जाता है। जिसका अभिप्रायः सामाजिक व्यवस्था से है। सभ्यता का अधिकतम प्रयोग इतिहासकार ही करते हैं तभी तो टायनवी ने अपने पुस्तक 'A Study of History' में 21 प्रकार की सभ्यताओं की चर्चा की है।


समाजशास्त्र में सभ्यता और संस्कृति में अन्तर स्पष्ट करने वाले सर्वप्रथम व्यक्ति एलफ्रिड बेवर हैं बाद में मैकाइवर एवं पेज ने भी इस कार्य को गति दी। 


सभ्यता का अर्थ


अंग्रेजी भाषा के Civilized शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के Civitas और Civis से हुई है जिसका अर्थ नगर या नगर निवासी है जो एक स्थान पर स्थायी रूप से रहते हैं तथा शिक्षित है और जिनका व्यवहार जटिल है।


फिचर:- एक सभ्य समाज के लोग घुमन्तु जीवन व्यतीत करने की अपेक्षा बड़ी संख्या में स्थायी निवासी बनकर रहते हैं उनकी लिखित भाषा होती है उनमें कार्य विभाजन व विशेषीकरण पाया जाता है। इनका व्यवहार औपचारिक रूप से आदिम समाजों की अपेक्षा संस्थाकृत और जटिल होता है। 


टायलर:- सभ्यता मानव जाति की वह विकसित अवस्था है जिसमें उच्च श्रेणी के व्यक्तिक एवं सामाजिक संगठन पाये जाते है। जिसका उद्देश्य मानव के गुणों शक्ति और प्रसन्नता में वृद्धि करना है।


गिलिन एवं गिलिन:- संस्कृति के अधिक जटिल और विकसित रूप को ही सभ्यता कहा है।


मेकाइबर पेजः सभ्यता में उन भौतिक तत्वों को गिनते है जो हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति करते है और जो हमारे उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिये साधन के रूप में प्रयुक्त होते हैं। सभ्यता से तात्पर्य उस सम्पूर्ण यंत्र पद्धति और संगठन से है जिसको मनुष्य ने अपने जीवन की दशाओं को नियंत्रित करने के लिये निर्मित किया है।


ब्रुक्स एडमः- सभ्यता को अनिवार्य रूप से एक अति विकसित संगठन मानता है उसकी अवधारणा में शासकीय सत्ता द्वारा किसी क्षेत्र पर स्थिर व्यवस्था का विचार निहित है।


अर्नाल्ड टायनबी:- सभ्यता अनिवार्यता एक धार्मिक एवं नैतिक प्रणाली है जो राज्य तथा राष्ट्र में प्रायः विशालता क्षेत्र में प्रचलित है।