तुलनात्मक आलोचना हर युग में किसी न किसी रूप में पाई जाती है। हिन्दी साहित्य के इतिहास में विभिन्न युगों में तुलनात्मक आलोचना के उदाहरण देखे जा सकते ह…
साहित्य के विभिन्न अंग- उपांगों तथा साहित्यकारों और रचनाओं के अध्ययन के लिए भी तुलना का आधार ग्रहण किया जाता है। रेने वेलेक ने तुलना शब्द के व्यापक प…
हुए तुलना शब्द का अर्थ ही किन्हीं दो या दो से अधिक वस्तुओं व्यक्तियों, काल-खण्डों, घटनाओं, विचारधाराओं, स्थानों आदि के मध्य समानता, असमानता, विरोध या…
साहित्यिक रचनाओं की पारस्परिक तुलना की परम्परा बहुत पुरानी है। एक भाषा की किसी कृति का विवेचन जब उसी भाषा अथवा किसी अन्य भाषा की कृति की विशेषताओं को…
हिन्दी में ऐतिहासिक आलोचना के विकास में रामचन्द्र शुक्ल, हजारीप्रसाद द्विवेदी, डॉ० रामकुमार वर्मा, डॉ. भगीरथ मिश्र, नलिन विलोचन शर्मा आदि के नामों का…
साहित्य का विवेचन उसके आन्तरिक और बाह्य पक्षों के आधार पर किया जाता है। आलोचना में जब इन दोनों पक्षों पर उचित महत्त्व दिया जाता है तब साहित्य के सही …
इस पाठ्यचर्या के खण्ड - 1 की इकाई-1 'आलोचना का स्वरूप' में आपने आलोचना के मुख्य भेदों के अन्तर्गत आभ्यन्तरिक और बाह्य आलोचना पद्धतियों के बार…
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने पूँजीवाद को व्यक्तिवाद की उत्पत्ति का कारण माना है तथा उसे एक रोग कहकर उसकी आलोचना की है। उन्होंने लिखा है कि "इन बहुत…